क्या है बाबा सिद्दीक़ी की मुम्बई में हत्या का दिल्ली एंगल ?
नामी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की मुंबई नगरी की राजनीति व अंडरवर्ल्ड में ‘दखल’ की शुरुआत
दिल्ली क्राउन ब्यूरो
नई दिल्ली: शनिवार (अक्टूबर 12) की रात मुंबई में बाबा सिद्दीक़ी की दिल दहलाने वाली हत्या का दिल्ली कनेक्शन है, इसी लिए दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम को रविवार को ही मुंबई के लिए रवाना किया गया।
तीनों हत्यारे दिल्ली के आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं, और बताया जा रहा है की तीनों ने दिल्ली में ही बैठ कर हत्या की रूपरेखा तैयार की थी।
जबकि दो हत्यारे उत्तर-प्रदेश के बताये जा रहे हैं, एक हरियाणा के कैथल जिले का है। तीनों हत्यारे गुजरात की जेल में बन्द कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के गुर्गे बताये जा रहे हैं। प्राथमिक सूचना के आधार पर कहा जा रहा है की तीनों को कोई आप्राद्यिक इतिहास नहीं है, और गैंगस्टर बिश्नोई से “प्रेरित” होकर इन्होने इस हत्या को अंजाम दिया। तीनों हत्यारों का बिश्नोई की तरफ “जुनून” देखकर सोशल मीडिया के जरिये “रिक्रूट” किया गया, और दिल्ली में बैठ कर पिछले 6 महीनों में सारी प्लानिंग की गई थी।
लॉरेंस बिश्नोई की फिल्मस्टार सलमान खान को मारने की खुली धमकी जगजाहिर है। बाबा सिद्दीक़ी को सलमान खान का बेहद करीब माना जाता था। इस हत्याकांड को लॉरेंस बिश्नोई का “सांकेतिक मर्डर” माना जा रहा है। हत्या के कबूलनामे में बताया गया है – “जो सलमान खान का करीबी होगा, वो हमारा दुश्मन होगा”।
इस सनसनीखेज हत्याकांड के पश्चात सलमान खान की सिक्योरिटी और भी बढ़ा दी गई है। पिछले कुछ सालों में बिश्नोई गैंग द्वारा सलमान खान को मारने के कई असफल प्रयास किये जा चुके हैं।
लॉरेंस बिश्नोई का पिछले साल एक इंटरव्यू अपने आप को “हिंदुत्व समर्पित देश-भक्त” बताया जाना और सलमान खान का जानी दुश्मन होना उसके लिए वरदान साबित हो रहा है, इसीलिए उसको जेलों में सारी सुख-सुविधाओं दी जाती रही हैं। ऐसी खबरें आम हैं।
अब देखना होगा कि लॉरेंस बिश्नोई के इस नए “कारनामे” का अंजाम क्या होता है ?! सिद्दीक़ी हत्याकांड को लॉरेंस बिश्नोई का मुंबई नगरी की राजनीति और अंडरवर्ल्ड दुनिया में अपना वर्चस्व बनाने का एक सफल प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधान-सभा चुनाव बहुत जल्द होने वाले हैं। भाजपा और शिव सेना (शिंदे) के गिरते ग्राफ को देखते हुए इस हत्याकांड के कई “राजनीतिक मायने” भी निकाले जा रहे हैं।