दिल्ली के नजफगढ़ के पास सामने आया एक नया “श्रद्धा मर्डर केस”
मित्राऊं गॉंव के लड़के ने झज्जर की लड़की को मार कर लाश को डीप-फ्रिज में रखा चार दिन
दिल्ली क्राउन ब्यूरो
नई दिल्ली: शायद महरौली में हुए रोंगटे खड़े करने वाले “श्रद्धा मर्डर केस” की चर्चा कम हो गयी थी, कि अब नजफगढ़ के पास मित्राऊं गॉंव से ठीक वैसा ही एक सनसनीखेज मर्डर केस सामने आया है। फर्क सिर्फ इतना है कि इस नए केस में कथित कातिल मुसलमान ना हो कर, हिन्दू ही है — यह बात इसलिए बतानी जरुरी है क्यूंकि श्रद्धा मर्डर केस को कुछ छुटभय्ये नेताओं ने धार्मिक रंग देने की असफल कोशिश की थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मित्राऊं गॉंव के रहने वाले साहिल गेहलोत ने अपनी गर्लफ्रेंड निक्की यादव की पहले तो गाला घोंट कर हत्या कर दी, और फिर उसकी लाश को अपने गॉंव में स्थित एक ढाबे के डीप-फ्रिज में रख दिया।
हत्या के चंद घंटों के भीतर ही कथित हत्यारे साहिल गेहलोत ने अपने घर जाकर अन्य लड़की के साथ शादी रचाई और चार दिनों से उसके साथ हनीमून मना रहा था।
स्थानीय पुलिस के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया – “साहिल ने 9-10 फ़रवरी के मध्य रात्रि को निक्की की हत्या का अंजाम दिया। उसने बताया कि निक्की यादव को उसने कश्मीरी गेट ISBT के पास एक तार की मदद से गाला घोंट कर मारा था क्यूंकि वह उससे शादी करने की जिद पर अडी थी और उसकी किसी अन्य लड़की से शादी का कड़ा विरोध कर रही थी। हत्या करने के बाद उसकी लाश को अपनी गाडी में डाल कर साहिल गहलोत अपने गॉंव ले आया, और एक ढाबे के अंदर डीप-फ्रिज में रख दिया।”
चार दिन से निक्की यादव की लाश डीप-फ्रिज में ही रखी रही, जबकि कथित हत्यारा साहिल गहलोत अपनी दुल्हन के साथ हनीमून मनाता रहा।
सूत्रों के अनुसार साहिल गहलोत और निक्की यादव द्वारका के एक फ्लैट में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों पिछले 3-4 सालों से एक दूसरे को जानते थे और ग्रेटर-नॉएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज में पढ़ते थे। साहिल डी-फार्मेसी का छात्र और निक्की इंग्लिश होनोर्स की छात्रा बताई जा रही है।
दोनों सन 2018 में दिल्ली के उत्तम नगर में एक कोचिंग-सेंटर में कोचिंग लेने के दौरान करीब आये थे, और तभी से प्रेम प्रसंग में थे। जब कोचिंग करने के बाद दोनों में से कोई भी इम्तिहान पास करने में सफल नहीं हुआ तो दोनों ने ग्रेटर-नॉएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज में एडमिशन ले लिया। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान दोनों नॉएडा में एक फ्लैट में रहते थे। Covid महामारी के दौरान करीब एक साल अपने-अपने घर पर रहे, और उसके बाद दोनों दिल्ली के द्वारका के एक फ्लैट में किराए पर रहने लगे।
9-10 फ़रवरी के दरम्यान रात्रि को साहिल द्वारा निक्की यादव की कथित रूप से हत्या करने के पश्चात, द्वारका में रहने वाले उनके एक पडोसी को शक हुआ तो उसने इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस को दी। शक की जानकारी के आधार पर स्थानीय पुलिस कुछ ख़ास हांसिल नहीं कर पाई। लेकिन जब साहिल के घर का पता पुलिस के हाथ लगा तो गुत्थी सुलझती गई।
पुलिस द्वारा साहिल गहलोत के घर पर दबिश मारने वहां ताला मिला तो शक और भी गहरा गया। बाद में पास के कैर गॉंव से साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीँ दूसरी तरफ, निक्की यादव का परिवार इस सब घटनाक्रम से बेखबर झज्झर में मौजूद था। निक्की की हत्या की जानकारी उसके परिवार जनों को दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई।