नकली और झूठा संघी है फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब का अध्यक्ष मुनीश गुप्ता

नकली और झूठा संघी है फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब का अध्यक्ष मुनीश गुप्ता

नकली और झूठा संघी है फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब का अध्यक्ष मुनीश गुप्ता

विदेशी पत्रकारों के सामने घुटने टेकते हुए विवेक अग्निहोत्री की प्रेस कांफ्रेंस कर दी कैंसिल

नई दिल्ली, 4 मई (दिल्ली क्राउन): सुप्रीम कोर्ट के सामने स्थित “फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब”, यानि विदेशी पत्रकारों का क्लब, का प्रेजिडेंट मुनीश गुप्ता अपने आप को कट्टर संघी, आरएसएस और भाजपा का समर्थक बताता फिरता है। लेकिन एक ही झटके में गुप्ता का ये मुखौटा उतर गया, और वह दुनिया के सामने नंगा हो गया।

5 मई (बृहस्पतिवार) को फिल्म निर्माता-निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की एक प्रेस कांफ्रेंस क्लब में रखी गयी थी। उनकी फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” पर चर्चा होनी थी। करीब एक महीना पहले 1 लाख रूपए भी एडवांस के रूप में ले लिए गए थे, और तैयारी पूरी हो चुकी थी।

लेकिन प्रेस कांफ्रेंस से ठीक दो दिन पहले मुनीश गुप्ता ने विवेक अग्निहोत्री को फोन कर प्रेस-कांफ्रेंस को कैंसिल करने का फैसला सुना दिया।

कारण बताते हुए गुप्ता ने अग्निहोत्री को कहा कि कुछ विदेशी पत्रकार इस प्रेस-कांफ्रेंस को करवाने का विरोध कर रहे हैं, इसलिए वो यह प्रेस कांफ्रेंस नहीं करवा सकता।

प्रेस-कांफ्रेंस के कैंसिल होने से क्षुब्द अग्निहोत्री ने एक वीडियो जारी किया जिसमे वो यह कहते हुए देखे जा सकते हैं कि मुनीश गुप्ता ने एक अनोखी शर्त रखी थी कि प्रेस-कांफ्रेंस के बाद अग्निहोत्री सभी पत्रकारों को विदेशी शराब और पांच सितारा होटल सा खाना भी खिलायेगा। यह शर्त भी अग्निहोत्री ने क़ुबूल कर ली थी।

फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब के सदस्यों के बीच मुनीश गुप्ता खुद फ्री की शराब पीने के लिए काफी बदनाम बताया जाता है। क्लब के सदस्य बताते हैं कि असल में मुनीश गुप्ता पत्रकार है ही नहीं। ना तो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सूची में उसका नाम आता है, और ना ही वह किसी अखबार या TV चैनल में काम करता है !

“द दिल्ली क्राउन” ने “फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब” की मैनेजिंग समिति के एक सदस्य से बात की, और पता चला कि मुनीश गुप्ता ने बिना किसी से सलाह मशवरा किये यह प्रेस कांफ्रेंस बुक कर दी थी।

लेकिन जब मैनेजिंग समिति में मौजूद विदेशी पत्रकरों को इसके बारे में जानकारी मिली तो वो भड़क गए और प्रेस कांफ्रेंस को कैंसिल करवाने पर उतारू हो गए।

अब अपने आप को कट्टर संघी और आरएसएस व भाजपा का समर्थक बताने वाला मुनीश गुप्ता बुरी तरह फंस चुका था। विदेशी पत्रकारों के दबाव में आ कर मुनीश गुप्ता के सामने प्रेस-कांफ्रेंस को कैंसिल करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा था।

नाम ना छापने की शर्त पर मैनेजिंग समिति के एक सदस्य ने बताया – “फॉरेन करेस्पोंडेंट्स क्लब की वाईस प्रेजिडेंट एमिली स्माल (न्यू यॉर्क टाइम्स), सेक्रेटरी सेबेस्टियन फार्सिस (फ्रांस रेडियो), तौकीर हुसैन (योमिउरी शिमबुन, जापान का अखबार), मोहम्मद अमीनुल इस्लाम (बांग्लादेश संगबाद) और कुमकुम चड्ढा (द इंडिपेंडेंट, बांग्लादेशी अखबार), दोनों मेंबर एग्जीक्यूटिव, ने प्रेस कांफेरेंस को लेकर मुनीश गुप्ता को खूब खरी खोटी सुनाई और क्लब की मेम्बरशिप छोड़ने की धमकी दे डाली। तौकीर हुसैन खुद एक कश्मीरी मुसलमान हैं। मुनीश गुप्ता बुरी तरह से फंस चुका था। उसने विदेशी पत्रकारों के सामने घुटने टेक दिए, और कुछ देर के लिए अपना संघी होने का झूठा मुखौटा भुला दिया और प्रेस-कांफ्रेंस को कैंसिल करने का फैसला अग्निहोत्री को सुना दिया।”

यहाँ पर यह जानना जरुरी है कि इस मुनीश गुप्ता नाम के इस शक्श की बहिन मनोरंजन सिंह कांग्रेस की मनमोहन सरकार में रहे मंत्री स्वर्गीय मतंग सिंह की बीवी थी और बहु-चर्चित “शारदा घोटाले” में कई महीने जेल में रही थी। मतंग सिंह के मंत्री रहते भाई-बहिन मुनीश गुप्ता व मनोरंजन सिंह ने खूब “मलाई” खायी थी।

लेकिन मोदी सरकार में दोनों भाई-बहिन ने गिरगिट की तरह रंग बदला और सत्ता के गलियारों में अपने आप को कट्टर संघी, आरएसएस और भाजपा का समर्थक बताने लगे।

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