सांसद प्रवेश वर्मा ने छावला वार्ड में अहीरों की वोटों को एकजुट करने का किया आव्वाहन
याद दिलाया कि आज़ाद उम्मीदवार राव सतवीर सिंह जेल में रह कर आया
दिल्ली क्राउन
नई दिल्ली, नवंबर 21: नगर निगम चुनाव के चलते पश्चिमी-दिल्ली से लोक-सभा सांसद प्रवेश वर्मा ने आज (सोमवार) भाजपा के लिए अहीरों की वोटों को एकजुट होने का आव्वाहन करते हुए कहा कि वोट-कटुआ उम्मीदवारों से सचेत रहने कि ज़रूरत है।
कांगनहेड़ी गांव में भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करने के पश्चात एक सभा को सम्बोधित करते हुए वर्मा ने कहा कि बहुत से अहीरों ने टिकट के लिए आवेदन किया था, लेकिन एक (राव सतवीर सिंह) ने ही आज़ाद उम्म्मीद्वार के रूप में परचा भरने की ज़ुर्रत की है।
सतवीर सिंह का नाम बगैर लिए वर्मा ने कहा कि वह सालों-साल अपने को भाजपा में होने का दम्म भरता है लेकिन पार्टी की गतिविधियों से परे रहता है।
वर्मा ने कहा कि पूर्व में भी सतवीर सिंह ने (अहीरों की) वोट काट कर भाजपा के उम्मीदवारों को हरवाने का काम किया।
यहाँ यह बताना ज़रूरी है कि आज भी, आज़ाद उम्मीदवार होने के बावजूद, सतवीर सिंह ने अपने सोशल मीडिया (फेसबुक पेज, ट्विटर इत्यादि) पर अपने आप को भाजपा की दिल्ली इकाई का सदस्य होने का दावा किया हुआ है।
सतवीर सिंह इस से पहले दो बार आज़ाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव हार चुका है। 2007 में पहली बार दिल्ली नगर निगम के चुनाव में हार का स्वाद चखा था।
प्रवेश वर्मा, जो कुछ दिन पहले दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के एक कर्मचारी से उलझते हुए दिखाई दिए थे, आगे बोले – “लोगों को समझाने की बात है कि उसको (सतवीर सिंह) वोट दे कर क्यों अपनी वोट खराब कर रहे हो। वो इस से पहले भी चुनाव में खड़ा हुआ था, क्या हुआ ? जेल में रह के आया। पांच साल वो पार्टी में कहीं नहीं दिखाई देता, मगर जैसे ही चुनाव कि घोषणा होती है वो पार्टी कि टिकट मांगने लग जाता है। और जब टिकट नहीं मिलती है तो इंडिपेंडेंट खड़ा हो जाता है। और इंडिपेंडेंट लड़ के हमारे आदमी हो ही हराता है। जिस पार्टी कि टिकट मांगता है उसी के उम्मीदवार को ही हराता है।”
सांसद ने वहां उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी को गाँव-गाँव जाकर वोटरों को समझाने की ज़रूरत है कि उसको (सतवीर सिंह को) वोट दे कर अपनी वोट खराब ना करें।
सांसद वर्मा ने लोगों को यह भी बताया कि भाजपा की सीधी टक्कर आम आदमी पार्टी (AAP) से है।
सतवीर सिंह ने तीन दिन पहले अपने गॉंव घुमन्हेड़ा में पंचायत करते हुए अपने आप को निगम चुनाव में आज़ाद उम्मीदवार घोषित किया था। ग्राम पंचायत सदस्यों ने भी उसका साथ देने का फैसला किया था। बहुत से लोगों ने सतवीर सिंह को नोटों की माला पहना कर सम्मान भी किया था।
इस साल फरवरी-मार्च में जब घुमन्हेड़ा के नाम से वार्ड को महिला आरक्षित किया गया था, तब भी सतवीर सिंह ने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में ज़ोर-शोर से उतारा था। उस समय सतवीर सिंह ने कईओं बार सामूहिक भोज का आयोजन भी किया था। लेकिन बाद में निगम के एकीकरण के नाम पर चुनाव टाल दिए गए थे।