भारतीय महिलाएं अपने पति को लेकर असल में पोजेसिव होती हैं – इलाहबाद हाई कोर्ट जज
नई दिल्ली, 3 मई (दिल्ली क्राउन): इलाहाबाद हाई-कोर्ट के एक जज ने एक केस की सुनवाई करते हुए कहा है कि भारतीय महिलाएं अपने पति को लेकर असल में पोजेसिव होती हैं, और वे अपने पति को किसी और के साथ “शेयर” होते हुए नहीं देख सकतीं।
सोमवार को एक पेटिशन की सुनवाई करते हुए जज ने कहा कि अगर कोई शादीशुदा आदमी दूसरी शादी करता है तो उसकी पत्नी के लिए यह एक बहुत बड़ी बाद हो जाती है, और ऐसे में वो कुछ भी कर सकती है।
पति की पेटिशन को खारिज करते हुए जज ने कहा कि एक भारतीय महिला अपने पति को किसी और औरत का होता हुए नहीं देख सकती।
बनारस की रहने वाली एक महिला को जब पता चला कि उसका पति अपनी तीसरी शादी करने जा रहा है, तो उसने जहर खा कर आत्महत्या कर ली थी। अपनी जान लेने से पहले उक्त महिला ने बनारस के मंडुआडीह थाने में अपने पति सुशील कुमार और उसके 6 परिवार वालों के खिलाफ रिपोर्ट (FIR) दर्ज करवाई थी। दंपत्ति के दो बच्चे भी हैं।
महिला की आत्महत्या के बाद सुशील कुमार और उसके परिवार वालों को गिरफ्तार कर लिया गया था। सुशील कुमार ने गिरफ्तारी के खिलाफ बनारस कोर्ट में एक याचिका लगाई थी जो खारिज हो गयी थी।
बनारस कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुशील कुमार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपनी रिहाई के लिए याचिका लगाई थी। लेकिन जज राहुल चतुर्वेदी ने यह कहते हुए याचिका ख़ारिज कर दी कि उसके खिलाफ भरपूर सबूत हैं जिसकी वजह से उसकी पत्नी ने आत्महत्या की थी।