गुरुग्राम की मृतका मॉडल दिव्या पाहुजा थी बिंदर गुज्जर के संपर्क में: पुलिस
बिंदर गुज्जर ने ही मिलवाया था दिव्या को उसकी हत्या के मुख्य आरोपी अभिजीत से
दिल्ली क्राउन ब्यूरो
गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस के अनुसार शहर की विवादित मॉडल दिव्या पाहुजा जिसकी मंगलवार (जनवरी 2) को शहर के एक होटल के कमरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, वह बिंदर गुज्जर के संपर्क में थी और बिंदर गुज्जर ने ही उसको हत्या के मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह से मिलवाया था।
बिंदर गुज्जर, उर्फ़ वीरेंदर करणसिंह गुज्जर, संदीप गढ़ौली हत्याकांड में शामिल होने के कारण मुंबई की एक जेल में बन्द है। पुलिस की माने तो करीब ढाई महीने पहले बिंदर गुज्जर ने मुंबई की जेल में से मोबाइल-फ़ोन-कॉन्फ़्रेंसिंग पर 27 साल की दिव्या पाहुजा की 54 वर्ष के अभिजीत सिंह से “इंट्रोडक्शन” करवाई थी और तभी से दिव्या और अभिजीत में “सम्बन्ध” थे।
दिव्या पाहुजा सात साल बाद जुलाई 2023 में ही मुंबई जेल से जमानत पर रिहा होकर आई थी, और संदीप गढ़ौली हत्याकांड में मुख्य गवाह थी। फरवरी 2016 में जिस वक़्त गुरुग्राम पुलिस ने संदीप गढ़ौली की मुंबई में एनकाउंटर दिखा कर हत्या की थी, उस वक़्त दिव्या पाहुजा संदीप गढ़ौली के साथ होटल के कमरे में मौजूद थी।
पुलिस के अनुसार, दिव्या पाहुजा ने अभिजीत के कुछ प्राइवेट वीडियोस शूट कर लिए थे और उसके एवज में पैसे मांगती थी।
DCP (क्राइम) विजय प्रताप ने आज पत्रकारों को बताया की अभिजीत सिंह पिछले ढाई महीने में दिव्या पाहुजा को करीब छह लाख रूपए दे चूका था, लेकिन अब दिव्या पाहुजा उस से मोटी रकम ऐठना चाहती थी। हत्या की रात (जनवरी 2) को अभिजीत ने गुरुग्राम बस स्टैंड के पास होटल सिटी पॉइंट में दिव्या पाहुजा को अपने फ़ोन से उसके वीडियोस डिलीट करने को कहा लेकिन दिव्या नहीं मानी। गुस्से में अभिजीत ने एक बिना लाइसेंस की एक पिस्तौल से दिव्या के सर में गोली दे मारी, जिस से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के पश्चात रातों-रात अभिजीत ने अपने कुछ लोगों द्वारा दिव्या की लाश को पंजाब में किसी अज्ञात स्थान पर नष्ट करवा दिया। लाश का सुराग अभी तक गुरुग्राम पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।
संदीप गाढौली के हत्या के तुरंत बाद “संदीप गाढौली की गर्लफ्रेंड” के नाम से सुर्ख़ियों में आई दिव्या पाहुजा गुरुग्राम की बलदेव नगर में रहती थी। उसका पिता अशोक पाहुजा गुरुग्राम में सब्जी की रेहड़ी लगाता है, और उसकी माँ व बहेन नैना पाहुजा घर में ही रहती हैं।
2010 के दशक में बिंदर गुजर और संदीप गाढौली की आपसी रंजिस हो गई थी, जिसके चलते संदीप गाढौली ने बिंदर गुज्जर पर जानलेवा हमला करवाया था। उस हमले में बिंदर गुज्जर बाल-बाल बच गया था।
हमले के बाद पांच साल तक बिंदर गुज्जर बदला लेने की प्लानिंग बनाता रहा। उसने दिव्या पाहुजा को एक मोटी रकम देकर संदीप गढ़ौली की “गर्लफ्रेंड” बनने का नाटक रचने को कहा, और उसका सहारा लेकर गुरुग्राम पुलिस द्वारा अपने दुश्मन की मुंबई में हत्या करवा दी थी। प्लान के तहत दिव्या पाहुजा अपने फ़ोन और सोशल मीडिया की लोकेशन गुरुग्राम पुलिस को लगातार देती रही, जिसकी मदद से संदीप गाढौली की हत्याकांड को अंजाम दिया जा सका।