एसडीएमसी नजफगढ़ के उपायुक्त भूपेश चौधरी को पद से हटाने की मांग

Najafgarh Zone Chairman Malik to be booked for locking IAS officer
एसडीएमसी में चल रही बैठक में चौधरी को हटाने का फैसले किए जाने की उम्मीद
नई दिल्ली, 10 फरवरी (दिल्ली क्राउन): नजफगढ़ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के उपायुक्त भूपेश चौधरी को उनके पद से हटाने की मांग को लेकर एसडीएमसी में एक बैठक चल रही है। बैठक एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यन की अध्यक्षता में हो रही है। लोगों का कहना है कि जब भी उनसे किसी भी क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहा गया तो उन्होंने यह कहते हुए टाल दिया कि वह व्यस्त हैं या किसी मीटिंग में हैं।
एजीएमयूटी कैडर के 2014 बैच के आईएएस अधिकारी चौधरी को जनवरी 2021 में एमसीडी आयुक्त के रूप में नजफगढ़ जोन में नियुक्त किया गया था।
दरअसल बीते दिनों 4 फरवरी को नजफगढ़ जोन के अध्यक्ष और रौशनपूरा वार्ड से एमसीडी के पार्षद सतपाल मलिक ने चौधरी को उनके कार्य न करने को लेकर कार्यालय में बंद कर दिया था। जिसको लेकर भूपेश चौधरी ने सत्यपाल मालिक के खिलाफ 5 फरवरी को नजफगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराया था। इस बीच (आईएएस अधिकारी को बंद करने का) मामला सोमवार को एसडीएमसी हाउस की बैठक में भी उठा था। इस दौरान मलिक ने एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यन से कहा कि उपायुक्त के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो मैं पार्षद पद से इस्तीफा दे दूंगा। मलिक को जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन देते हुए सूर्यन ने कहा कि जोन अध्यक्ष (मलिक) की समस्या वाजिब है। सूर्यन ने कहा कि “हमें ऐसे नौकरशाहों की जरूरत नहीं है जो नेताओं के साथ सहयोग नहीं करते हैं या निरीक्षण के लिए नहीं जाते हैं।”
लेकिन आज हो रही एसडीएमसी की बैठक में चौधरी को उनके पद से हटाने का फैसला किए जाने की उम्मीद है।
भाजपा एमसीडी और दिल्ली सरकार के अधिकारियों के बीच टकराव कोई नई बात नहीं है। 2018 में भी तत्कालीन मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने एक विशेष सदन सत्र बुलाया था, जिसमें तत्कालीन आयुक्त रणवीर सिंह पर सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को समाप्त करने के लिए कदम उठाने से इनकार करने को लेकर उन्हें हटाने की मांग की गई थी।