वर्धन यादव को कांग्रेस पार्टी ने बनाया गुरुग्राम-ग्रामीण जिला का अध्यक्ष

वर्धन यादव को कांग्रेस पार्टी ने बनाया गुरुग्राम-ग्रामीण जिला का अध्यक्ष
गुरुग्राम के पंकज डावर होंगे शहरी जिले के नए अध्यक्ष
दिल्ली क्राउन ब्यूरो
गुरुग्राम: कांग्रेस पार्टी की हरियाणा इकाई ने मंगलवार देर रात को एक सूची जारी की जिसमें 32 नए जिला अध्यक्षों की घोषणा की। सूची कांग्रेस पार्टी के साबगठन मंत्री के सी वेणुगोपाल के हवाले से जारी की गई।
सूची के मुताबिक, बादशाहपुर से पिछले साल पार्टी टिकट पर विधान-सभा चुनाव लड़ने वाले और मौजूदा मंत्री (भाजपा के) राव नरबीर को कड़ी टक्कर देने वाले नौजवान वर्धन यादव को गुरुग्राम-ग्रामीण जिले का अध्यक्ष बनाया गया है।
वर्धन को हुड्डा परिवार (भूपिंदर, दीपेंदर) परिवार का खासम-खास माना जाता है। वर्धन यादव पिछले डेढ़ दशक से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए बताये जाते हैं। पार्टी की छात्र इकाई – भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) – में रहते हुए वर्धन ने अपनी राजनीति की शुरुआत की, और लगातार पार्टी में प्रगति करते रहे।
पिछले साल हुए लोक-सभा चुनाव में भी वर्धन यादव ने गुरुग्राम लोक सभा से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन जातीय समीकरण (पंजाबी) को देखते हुए पार्टी ने, बहुत ही सूझ्भूझ दिखाते हुए, मशहूर नेता-अभिनेता राज बब्बर को मैदान में उतारा था।
ऐसा इसलिए किया गया था चूँकि गुरुग्राम लोक-सभा सीट पर पंजाबियों की बहुतायत है। वर्धन यादव की पत्नी पंजाबी बिरादरी से आती हैं। पार्टी की योजना थी कि वर्धन खुद यादव जाती से आते हुए पंजाबी वोट लाने में भी सक्षम होंगे। योजना सटीक थी, परन्तु राज बब्बर करीब 75,000 मतों से चुनाव हार गए थे, जबकि 2019 का लोक सभा चुनाव राव इंदरजीत लगभग 3,86,000 मतों से विजयी हुए थे। राज बब्बर के चुनाव में वर्धन यादव ने जी-तोड़ मेहनत की थी, जिसकी परिणाम हुआ कि राव इंदरजीत की जीत का फासला बहुत घट गया था।
ऐसा माना जा रहा है कि वर्धन यादव कि दोनों चुनावों में कड़ी मेहनत और पार्टी के लिए पूरी तन्मयता से काम करने का इनाम दिया गया है।
पंकज डावर को गुरुग्राम–शहरी जिले की कमान
वहीँ दूसरी तरफ, कांग्रेस पार्टी ने पंजाबी बिरादरी के पंकज डावर को गुरुग्राम-शहरी जिले का अध्यक्ष बनाया है। डावर को भी हुड्डा परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। लगभग एक साल से पंकज डावर कांग्रेस पार्टी के गुरुग्राम में मीडिया कोऑर्डिनेटर के रूप में काम कर रहे थे।
पिछले वर्ष संपन्न हुए विधान-सभा चुनाव में डावर से गुरुग्राम विधान-सभा सीट से टिकट की ताल ठोकी थी, मगर पार्टी ने मोहित ग्रोवर को मैदान में उतारना ठीक समझा, हालांकि पार्टी को एक बुरी हार का सामना करना पड़ा था। पंकज डावर को पार्टी के लिए संगठनात्मक कार्यों के जाना जाता है। लगभग डेढ़ दशक से डावर भी कांग्रेस पार्टी को अपनी सेवाएं देते आए हैं।