गुरुग्राम पुलिस की गुंडागर्दी की दास्तान: न्यू कॉलोनी थाने की महिला ASI लक्ष्मी ने वरिष्ठ अधिवक्ता से की गाली-गलोच

गुरुग्राम पुलिस की गुंडागर्दी की दास्तान: न्यू कॉलोनी थाने की महिला ASI लक्ष्मी ने वरिष्ठ अधिवक्ता से की गाली-गलोच
शिकायत करने पर ACP (न्यू-कॉलोनी) कुलदीप कुमार ने जांच में ASI का किया बचाव, अधिवक्ता को ही ठहराया “दोषी”
दिल्ली क्राउन ब्यूरो
गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस की खुली गुंडागर्दी की एक दास्तान सामने आई है। शहर के न्यू-कॉलोनी थाने में कार्यरत महिला ASI लक्ष्मी ने कुछ हफ्ते पूर्व एक वरिष्ठ अधिवक्ता को थाने में बुला कर गाली-गलोच की। जब अधिवक्ता ने ASI लक्ष्मी की इस बाबत शिकायत की, तो ACP (न्यू-कॉलोनी) कुलदीप कुमार को जांच करने का आदेश हुआ। जांच में ACP कुलदीप कुमार ने कोताही/लापरवाही बरतते हुए ASI लक्ष्मी को क्लीन-चिट दे दी, और उल्टा अधिवक्ता को ही दोषी ठहरा दिया।
ACP कुलदीप कुमार का हाल ही में फरीदाबाद से गुरुग्राम तबादला हुआ था।
हैरानी की बात तो ये थी की वरिष्ठ धिवक्ता खुद शिकायतकर्ता थे। वरिष्ठअधिवक्ता ने ही 112 नंबर पर फ़ोन कर PCR को बुलाया था।
मामला अगस्त महीने का है। एक पारिवारिक मामले में ASI लक्ष्मी ने वरिष्ठ अधिवक्ता को फ़ोन करके बुलाया। ASI लक्ष्मी भली-भाँती जानती थी कि अधिवक्ता द्वारा 112 नंबर पर कॉल की गई थी।
जैसे ही अधिवक्ता थाने पहुंचे, ASI लक्ष्मी ने उन पर भद्दी-भद्दी (माँ, बहन की) गालियों की बौछार लगा दी, और हवालात में बंद करने की धमकी दी। थाने में लगे हुए CCTV में सारा वाक्या कैद हुआ। उसी दौरान थाने के अंदर कुछ लोगों द्वारा अधिवक्ता पर हमला भी किया गया, जबकि ASI लक्ष्मी मूकदर्शक बनी रही। हमलकर्ताओं में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं।
(अधिवक्ता के अनुसार, गौरतलब बात थी कि इस पूरे प्रकरण के दौरान थाने में मौजूद मर्द पुलिसकर्मियों की भूमिका अति-सराहनीय थी। “राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC)” को की गई शिकायत में भी अधिवक्ता ने मर्द पुलिसकर्मियों की भूरी-भूरी प्रशंशा की थी।)
लेकिन, अधिवक्ता की शिकायत पर जांच के दौरान ACP (न्यू-कॉलोनी) कुलदीप कुमार ने CCTV फुटेज को धत्ता बताते हुए ASI लक्ष्मी को बेक़सूर साबित कर दिया, और उल्टा अधिवक्ता पर थाने के अंदर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का दोषी करार दे दिया। ACP (न्यू-कॉलोनी) कुलदीप कुमार द्वारा जाँच में किये गए भेद-भाव का ब्यौरा अधिवक्ता ने एक RTI अर्जी लगा कर हांसिल किया। RTI अर्जी के जवाब की एक कॉपी www.thedelhicrown.com के पास है।
www.thedelhicrown.com से बात करते हुए, पीड़ित अधिवक्ता ने बताया, “सितम्बर के महीने में मुझे ACP (न्यू-कॉलोनी) कुलदीप कुमार के दफ्तर बुलाया गया। जब मैं वहां पहुंचा तो ASI लक्ष्मी पहले से ही वहां मौजूद थी। मुझे और ASI लक्ष्मी को ACP कुलदीप कुमार के समक्ष पेश किया गया। ACP कुलदीप कुमार का मेरी तरफ बेहद शर्मनाक व्यवहार था, और उसने ASI लक्ष्मी को बचाने का काम किया। फिलहाल मैंने ACP कुलदीप कुमार द्वारा की गई जांच का विरोध पुलिस कमिसनर से किया है। अगर मुझे पुलिस कमिश्नर के कार्यालय से राहत नहीं मिली, तोई मैं कोर्ट का रुख ज़रूर करूंगा।”
इस बीच, इस मामले को लेकर गुरुग्राम कोर्ट में सरगर्मी तेज हो गई है। “गुरुग्राम बार एसोसिएशन” के एक पदाधिकारी ने बताया, “गुरूग्राम में पुलिस-कर्मियों द्वारा अधिवक्ताओं पर जबरन गलत कार्यवाही करना कोई नई बात नहीं है। पुलिस और ‘बार’ के बीच अच्छा समन्वय होना चाहिए। लेकिन पुलिसवाले अपनी वर्दी का बेवजह रौब दिखाने से बाज़ नहीं आते। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में जटिल समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।”