प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई की दो योजनाओं का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री ग्राहक केंद्रीय पहल शुरू करेंगे जिससे खुदरा प्रत्यक्ष व एकीकृत लोकपाल योजनाओं की शुरुआत होगी
नई दिल्ली, नवंबर 12 (दिल्ली क्रॉउन): प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की सुबह वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) – खुदरा प्रत्यक्ष योजना और एकीकृत लोकपाल योजना की ग्राहक-केंद्रित पहल शुरू करने का एलान किया। प्रधान मंत्री मोदी ने एक कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरबीआई खुदरा प्रत्यक्ष योजना का उद्देश्य खुदरा निवेशकों के लिए सरकारी प्रतिभूति बाजार तक पहुंच बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि दोनों योजनाएं देश में निवेश के दायरे का विस्तार करेंगी और पूंजी बाजार तक पहुंच को निवेशकों के लिए आसान और अधिक सुरक्षित बनाएंगी। पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 7 वर्षों में, गैर-निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) को पारदर्शिता के साथ मान्यता दी गई है। समाधान पर ध्यान केंद्रित किया गया है, वित्तीय प्रणाली और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कई सुधार किए गए हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि 6-7 साल पहले तक बैंकिंग, पेंशन और बीमा भारत में एक विशेष क्लब की तरह हुआ करते थे। ये सभी सुविधाएं देश के आम नागरिकों, गरीब परिवारों, किसानों, छोटे व्यापारियों-व्यवसायियों, महिलाओं, दलितों-वंचित-पिछड़े आदि के लिए सुलभ नहीं थीं।
पहले की व्यवस्था की आलोचना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों पर इन सुविधाओं को गरीबों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी, उन्होंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। बल्कि न बदलने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाए गए। यह कहा गया था कि कोई बैंक शाखा नहीं है, कोई कर्मचारी नहीं है, कोई इंटरनेट नहीं है, कोई जागरूकता नहीं है, पता नहीं क्या तर्क थे, उन्होंने अफसोस जताया।
इस अवसर पर बात करते हुए, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई अपनी सेवाओं की दक्षता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठा रहा है। आरबीआई की विकासात्मक भूमिका वित्तीय समावेशन को और गहरा करने और जन केंद्रित पहल करने पर केंद्रित है।