दिल्ली में धरना दे रहे गेस्ट टीचर्स के बीच पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धु

दिल्ली में धरना दे रहे गेस्ट टीचर्स के बीच पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धु
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (दिल्ली क्राउन): राजधानी दिल्ली में दिल्ली सरकार के गेस्ट शिक्षक स्थायी नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं। इस धरने में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल होने पहुंच गए जिससे राजनीति का सियासी पारा चढ़ गया। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले 22000 से ज्यादा अतिथि शिक्षक बीते सात साल से स्थाई होने का इंतजार कर रहे हैं।
इस दौरान सिद्धू ने पूछा कि अरविंद केजरीवाल कहां है? “दिल्ली में 22 हजार गेस्ट टीचर्स से बंधुआ मजदूरों की तरह काम कराया जा रहा है। जबकि सटीक नीति बनाकर विकास करना चाहिए, लेकिन केजरीवाल ने मायाजाल बिछा रखा है। मैं इनका रेत का महल तोड़कर जाऊंगा।”इसके साथ उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ” दिल्ली का शिक्षा मॉडल एक कॉन्ट्रैक्ट मॉडल है। दिल्ली में 1031 सरकारी स्कूल हैं, जबकि केवल 196 स्कूलों में प्रिंसिपल हैं। वहीं, टीचर्स के 45 फीसदी पद खाली हैं और 22000 गेस्ट टीचर्स की मदद से डेली वेज देकर सरकारी स्कूल चलाए जा रहे हैं। हर 15 दिन में कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाता है।”
दरअसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सात साल पहले सभी अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने का वादा किया था। वहींं, बीते दिनों पंजाब में अस्थाई शिक्षकोंं को स्थाई करने को लेकर अरविंद केजरीवाल के बयान के बाद से दिल्ली के गेस्ट शिक्षकों में एक बार फिर से आस जगी है। हाल ही में केजरीवाल ने पंजाब पहुंचकर टीचर्स के साथ धरना दिया था। उन्होंने वादा किया था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही टीचर्स को परमानेंट कर दिया जाएगा। इसके बाद से आप और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग चल रही है। यही नहीं, दिल्ली के केजरीवाल लगातार पंजाब के सीएम चरनजीत सिंह चन्नी पर उनकी कार्यशैली को लेकर उनपे उंगली उठा रहे हैं।